सबसे बड़ी बीमारी मोटापा
आज अस्वस्थ जीवनशैली के कारण उत्पन्न बीमारियों में से सबसे बड़ी बीमारी मोटापा है। यह बीमारी पूरी दुनिया में एक महामारी बन गई है। भारत में अनेक लोग मोटापा के शिकार हैं। मोटापे के कारण शरीर में कई तरह की परेशानियां होने लगती हैं। जब परेशानियां बढ़ने लगती हैं तो लोग मोटापा कम करने के लिए उपाय खोजने लगते हैं। कई बार उचित जानकारी नहीं हो पाने के कारण लोग अपना वजन घटा नहीं पाते हैं। मोटापा होना, आपकी हेल्थ के लिए बिलकुल भी अच्छा नहीं है क्यूंकि इससे आपके शरीर को, कई तरह की बीमारियां लग सकती हैं, जैसे की अर्थराइटिस, उच्च रक्तचाप, कैंसर और डायबिटीज आदि। मोटापा आप सभी की सेहत के लिए, कहीं न कहीं रुकावट है, इसलिए हम सभी को इन रुकावटों और बिमारियों से बचने के लिए, मोटापे से छुटकारा पाना होगा।
मोटापा क्या है?जब किसी व्यक्ति का शरीर का वजन, सामान्य से अधिक हो जाता तो उसे मोटापा कहते हैं। आप रोज जितनी कैलोरी भोजन के रूप में लेते हैं, जब आपका शरीर रोज उतनी खर्च नहीं कर पाता है, तो शरीर में अतिरिक्त कैलोरी फैट के रूप में जमा होने लगता है, जिससे शरीर का वजन बढ़ने लगता है।
मोटे होने का कारण है -
अस्वस्थ खान-पान और शारीरिक गतिशीलता में कमी
मोटे होने का लक्षण - शरीर भार सूचकांक (बी.एम.आई. मानव भार और लंबाई का अनुपात होता है) अधिक होना
अगर आपकी बीएमआई 18.5 से कम है तो आप अंडरवेट माने जाएंगे।
अगर आपकी बीएमआई 18.5 से 25 के बीच है तो आपका वजन सामान्य माना जाएगा।
इसी तरह 25 से 29.9 तक की बीएमआई होने पर ओवरवेट माना जाता है।
30 से ज्यादा की बीएमआई होने पर मोटापा कहलाता है।
मोटापा कम करने के असरदार घरेलू उपाय -
आपको आलस छोड़ना पड़ेगा और समय से बिस्तर ।
सुबह जल्दी उठने की आदत डाले सुबह उठकर कम से कम दो गिलास गर्म पानी पीयें। पेट साफ होने के बाद एक घंटा कुछ ना खाएँ।
सैर पर निकलें। प्रतिदिन पूरे वेग से दौड़ें और फिर सुबह 4-5 किलोमीटर तेजी से पैदल चलें।
व्यायाम सबसे अच्छा तरीका है, शरीर को फिट रखने का और वजन घटाने का । रोज दिन में, 30-40 मिनट का व्यायाम, आपको स्वस्थ रखने के लिए काफी है।
योगासन जैसे- त्रिकोण आसन, भुजंगासन, सूर्य नमस्कार, ध्यान, प्राणायाम जैसे- भस्त्रिका, कपालभाती को प्रतिदिन करना चाहिए।
नाश्ता जरूर करें। दिन भर की शारीरिक क्रियाएँ करने के लिए शरीर को ऊर्जा की आवश्यकता होती है जो कि बिना नाश्ते के सम्भव नहीं है। नाश्ता खाने से आपका कोलेस्ट्रॉल कम होता है और सेहत अच्छी बनी रहती है। हो सके तो, हर रोज एक ही समय पर नाश्ता करें।
अपने नाश्ते में प्रोटीन और उच्च फाइबर वाले खाद्य पदार्थ खाएँ। इस से आपका पेट भरा रहेगा, और, भूख कम लगेगी। अंडे, पीनट बटर, ताजे फल, जूस और सब्जियों को नाश्ते में खाएँ।
एक दिन में 10,000 कदम चलने की कोशिश करें। ऐसा करने से आप स्वस्थ रहेंगे और यह आपके मोटापा कम करने में मदद करेगा। लिफ्ट के बजाय सीढ़ियों का उपयोग करें।
एक दिन में लगभग 2 लीटर पानी पीने की कोशिश करें अध्ययन से पता चलता है कि खूब पानी पीने से इन्सान स्वस्थ रहता है। यह आपको मोटापा कम करने में भी मदद करता है।
सोने से दो घण्टे पहले भोजन कर लेना चाहिए। रात का खाना हल्का व आराम से पचने वाला होना चाहिए। संतुलित और कम वसा वाला आहार लें। वजन घटाने के लिए आहार योजना में पोषक तत्वों को शामिल करें।
आपके भोजन में हरी सब्जियाँ, फल, दही, छाछ, छिलके वाली दालें और नट्स होने चाहिए।
फलों के रस व गुनगुने जल का सेवन करते हुए सप्ताह में एक बार उपवास रखना चाहिए
वजन कम करने के लिए भोजन कभी न छोड़ें। इसकी बजाय संतुलित आहार का सेवन करें और व्यायाम करें। संतुलित आहार के सेवन करने से वजन नहीं बढ़ता एवं व्यक्ति स्वस्थ रहता है।
खाना कभी ना छोड़ें। दिन भर में तीन बार भोजन अवश्य करें। अगर आप तीनों समय के भोजन में से किसी एक बार का भोजन छोड़ते हैं तो इसका नतीजा यह होता कि आप अगली बार के भोजन में अधिक आहार का सेवन करते हैं और इसकी वजह से वजन बढ़ता है। खाना खूब चबा-चबाकर खाना चाहिए।
घर का खाना , मोटापे में काफी बेहतर होता है बाहर के खाने से क्यूंकि बाहर के खाने में बहुत फैट होता है जिससे आपका वजन अचानक काफी बढ़ सकता है । घर का खाना , आपके स्वाद अनुसार और कुछ गिनी चुनी चीजों से बनता है , जिनके बारे में आप जानते है लेकिन बाहर का खाना बहुत ही एसिड्स और रंग बनाने वाले मसालों से बनता है , जिससे आपके शरीर को काफी तरह की परेशानियां हो सकती है ।
पानी को खाना खाने से 30 मिनट पहले और 30 मिनट बाद पानी पीना चाहिए और वो भी गर्म पानी ताकि शरीर का फैट कम और खत्म हो सके ।
मोटापे से मुक्ति पाने के लिए आपको ये परहेज करने होंगे -
चीनी, नमक व मैदा जितना हो सके कम से कम खायें।
कफ को बढ़ाने वाले भोजन तथा पेय पदार्थ का सेवन नहीं करना चाहिए। प्रचुर कार्बोहाइड्रैट युक्त भोजन यथा चावल, आलू, सकरकन्दी आदि, मिठाईया, मीठे पेय पदार्थ, कोल्ड ड्रिंक्स, तले हुये खाद्य पदार्थ, फास्ट फूड, जंक फूड, प्रोसेस्ड फूड, चाकॅलेट, चीज, बटर, पनीर, मछली, अंडा, मीट आदि मांसाहार, सोडा ये सभी कफ व आम को बढ़ाने वाले होते है।
इसी प्रकार कफज प्रकृति के लोगों को हल्का भोजन, पित्तज प्रकृति के लोगों को ठण्डे तासीर वाला भोजन तथा वातज प्रकृति वाले लोगों को मीठा व उष्ण तासीर का भोजन करना चाहिए।
गेंहू के आंटे से बने हुये खाद्य पदार्थो का जैसे कि रोटी आदि का सेवन अधिक करना चाहिए तथा चावल व चावल से बने खाद्य पदार्थो का सेवन कम से कम करना चाहिए।
तुलसी के पत्तो का रस 10 बूंद और दो चम्मच शहद एक ग्लास पानी मे मिलाकर कुछ दिन पीने से मोटापा कम होता है।
तली-भुनी व मैदे से बनी चीजे न खाये। ताजी सब्जियां व ताजे फल लें। खाने के बाद एक कप तेज गरम पानी घूंट लेकर पीए, मोटापा कम होगा।
आप मोटापा कम करने के लिए ये घरेलू उपाय आजमा सकते हैं -
अदरक और शहद का प्रयोग - लगभग 30 मि.ली. अदरक के रस में दो चम्मच शहद मिलाकर पिएँ। अदरक और शहद शरीर की चयापचय क्रिया को बढ़ाकर अतिरिक्त वसा को जलाने का काम करते हैं। अदरक अधिक भूख लगने की समस्या को भी दूर करता है, तथा पाचन क्रिया को दुरुस्त करता है। इस योग को सुबह खाली पेट तथा रात को सोने से पहले लेना चाहिए।
नींबू और शहद का उपयोग - एक गिलास पानी में आधा नींबू, एक चम्मच शहद एवं एक चुटकी काली मिर्च डालकर सेवन करें। काली मिर्च में पाइपरीन नामक तत्व मौजूद होता है। यह नई वसा कोशिकाओं को शरीर में जमने नहीं देता है। नींबू में मौजूद एसकोरबिक एसिड शरीर में मौजूद क्लेद को कम करता है, और शरीर से विषाक्त तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है।
इलायची का सेवन - रात में सोते समय दो इलायची खाकर गर्म पानी पीने से वजन कम करने में सहायता मिलती है। इलायची पेट में जमा फैट को कम करती है, तथा कोर्सिटोल लेवल को भी नियंत्रित रखती है। इसमें मौजूद पोटेशियम, मैग्नेशियम, विटामिन बी1, बी6, और विटामिन सी वजन घटाने के साथ ही शरीर को स्वस्थ रखते हैं। इलायची अपने गुणों से शरीर में पेशाब के रूप में जमा अतिरिक्त जल को बाहर निकालती है।
सौंफ का सेवन - 6-8 सौंफ के दानों को एक कप पानी में पाँच मिनट तक उबालें। इसे छानकर सुबह खाली पेट गर्म -गर्म ही पिएँ। इससे अधिक भूख लगने की समस्या से राहत मिलेगी तथा खाने की इच्छा कम होगी।
पुदीना - पुदीना की पत्तियों के रस की कुछ बूँद गुनगुने पानी में मिलाएँ। इसे खाना खाने के आधे घण्टे बाद पिएँ। यह पाचन में सहायक तथा चयापचय क्रिया को बढ़ाकर वजन घटाने में मदद करता है। इसका उपयोग लम्बे समय तक किया जा सकता है।
हल्दी - हल्दी में विटामीन बी, सी, पौटेशियम, आयरन, ओमेगा- 3 फेटीऐसिड, एल्फा लिने लोयिक ऐसिड तथा फायबर्स आदि प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। ये शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं, तथा अतिरिक्त चर्बी को घटाने में मदद करता है।
जीरा, धनिया और अजवायन - जीरा, धनिया, अजवायन और सौंफ के मिश्रण की चाय बनाकर पिएं। आप इसे भोजन के बाद पानी में उबालकर घूंट-घूंट भी पी सकते हैं। तुलसी, नींबू, अदरक की बिना दूध वाली ब्लैक टी पिएं। हमेशा गुनगुने पानी का प्रयोग करें।
आंवला - इसमें प्रचुर मात्रा में विटामीन-सी पाया जाता है, जो एक उत्तम एंटी-ओक्सीडेंट है। यह शरीर से विषाक्त तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है। यह मेटाबोलिज्म बढ़ाने और कैलोरी बर्न करने में मदद करता है। यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
ग्रीन टी को बहुत असरदार माना गया है , वजन घटाने में ग्रीन टी लेने से , आपको वो दवाइयां लेने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी , जो दावा करती है की आपका वजन कम कर देगी, जो की एक झूट है और इन दवाईओं से आपके शरीर को इनकी आदत भी लग सकती है और केमिकल्स से नुकसान भी हो सकता है । वजन घटाने में ग्रीन टी बहुत अच्छा काम करती है ओट आपको डाइटिंग करने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी ।
फल और सब्जियाँ - फल और सब्जियां वजन कम करने में काफी मदद करती हैं और आपके शरीर को नुट्रिएंट्स भी देती हैं । बाहर का खाना बिलकुल न खाएं, और उसकी जगह पर ढेर सारी सब्जियां खाएं और फलों को आप नाश्ते में भी खा सकतें है । मोटापे में, आपको हाई फाइबर वाली सब्जियां खानी चाहिए, ताकि आपको दिन भर दुबारा भूख न लगें और आपका पेट भरा रहे । हाई फाइबर वाला खाना, धीरे धीरे डाइजेस्ट होता है, जिससे ब्लड शुगर स्टेबल रहती है । जिस स्थान में व जिस मौसम में जो फल एवं सब्जियां पैदा होती है उनमें से अपनी प्रकृति के अनुसार खाना चाहिए जैसे कि ठण्डी जगहों एवं ठण्डे मौसम में गर्म तासीर वाले भोज्य पदार्थ तथा गर्म जगहों एवं मौसम में ठण्डी तासीर वाले भोजन खाने चाहिए।
जठराग्नि को बढ़ाने वाले भोजन जैसे कि अदरक, पपीता, करेला, जीरा, सरसों, सौंफ, अजवायन, काली मिर्च, सोंठ, पिप्पली, सहजन, पालक, चैलाई आदि पत्तेदार सब्जियां लौकी, तोरई, परवल, बींस, सलाद, पत्ता गोभी, खीरा, ककड़ी, गाजर, चुकंदर, सेब आदि लेने चाहिए। जयी, जौ, बाजरा, रागी, मूंग दाल, मसूर, आंवला, नींबू, शहद, हल्दी, एलोवेरा जूस, आंवला जूस, ग्रीन टी, स्टीम किये हुये अंकुरित अनाज आदि का भी सेवन करना चाहिए।
मोटापे की किस स्थिति में डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए - अगर आपके शरीर का वजन बढ़ा हुआ है, और इससे आपको छोटी-छोटी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, तो यह आम बात है। अगर मोटापे के कारण आपकी एड़ियों या जोड़ों में दर्द होने लगे, या आप सामान्य दिनचर्या अच्छे से नहीं कर पा रहे हों तो डॉक्टर से मिलकर इस समस्या का समाधान पा सकते हैं।
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